उत्तराखंड(Uttarakhand) के उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले में बादल फटने से तबाही...


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Update अगस्त 06, 2025 10:06 (IST) उत्तराखंड(Uttarakhand) में बादल फटने से तबाही: उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले में मंगलवार दोपहर बादल फटने से चार लोगों की जान चली गई और लगभग 50 लोग लापता हैं। इससे धराली गांव में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ गई, जहाँ बहुत सारे होटल, रेस्टोरेंट और होमस्टे बने हुए थे। अचानक आई बाढ़ में घर ताश के पत्तों की तरह ढह गए और बह गए। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे।

राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि उफनता पानी एक ही पहाड़ी के दो अलग-अलग किनारों से नीचे उतरा, एक धराली की तरफ और दूसरा सुक्की गांव की तरफ।

उत्तरकाशी जिले के हरसिल इलाके में बादल फटने से भयानक बाढ़ आ गई, जिससे वहाँ एक कैंप से भारतीय सेना के 11 जवान लापता हो गए।

उत्तरकाशी में अभी भी रेड अलर्ट जारी है। राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं - 01374-222722, 7310913129, 7500737269, 0135-2710334, 2710335, 8218867005, 9058441404.

उत्तरकाशी में आई बाढ़ पर ताज़ा अपडेट:

उत्तराखंड में आई बाढ़ भारतीय सेना, ITBP, SDRF, NDRF और स्थानीय लोग, सभी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि लगभग 130 लोगों को बचाया जा चुका है। उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के लिए उत्तरकाशी के धराली गांव का दौरा किया।

उन्होंने आगे कहा, खराब मौसम के कारण, कई इलाकों से सड़क संपर्क टूट गया है और पुलों को नुकसान पहुंचा है। प्रभावित लोगों तक पहुंचना और मदद पहुंचाना मुश्किल हो रहा है, बचाव और राहत कार्य जारी हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बचाव कार्यों में दस पुलिस उपाधीक्षक, तीन पुलिस अधीक्षक और 160 अन्य पुलिस अधिकारी शामिल हैं। 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के उत्तरकाशी पहुंचे। वे धराली गांव का दौरा करेंगे, जहां मंगलवार दोपहर बादल फटने की घटना हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की, धराली में बचाव कार्यों का जायजा लिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात करके उत्तरकाशी के धराली गांव में चल रहे राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को रात भर चले बचाव कार्यों, घटना स्थल से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और आवश्यक सेवाओं और संसाधनों की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी गई

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